नारद जी की छड़ी का हल तो द्रुत गति से आ गया।
सही जवाब दिया किसने?
अरे भई, अपने मिश्र जी ने।
उत्तर इस प्रकार है —
नारद जी को उस छड़ी के तीन टुकड़े करने पड़ेंगे।
१, २ और ४ इन्च के।
लेकिन इससे वह हर दिन का किराया कैसे चुका सकेंगे?
दिन मैनेजर को प्राप्त टुकड़े की लम्बाई नारद जी के पास बचे टुकड़े
0. 0 1+2+4
1. 1 2+4
2. 2 1+4
3. 2+1 4
4. 4 2+1
5. 4+1 2
6. 4+2 1
7. 4+2+1 0
पहले दिन नारद जी 1 इन्च वाले टुकड़े को मैनेजर को देंगे।
दूसरे दिन वह 2 इन्च वाला टुकड़ा देकर 1 इन्च वाला वापस ले लेंगे।
क्रमशः इसी प्रकार से वह मात्र तीन टुकड़ों में 7 दिन का किराया चुका पायेंगे।
मई 14, 2006 को 1:06 अपराह्न
मिश्र जी को बहुत बधाई और आपको भी अच्छी पहेली प्रस्तुत करने के लिये.
मई 15, 2006 को 4:04 पूर्वाह्न
हाँ, अब समझ आई पहेली
मई 15, 2006 को 9:14 पूर्वाह्न
आपलोगों का धन्यवाद।
आपके किसी भी सुझाव की प्रतीक्षा रहेगी।
मई 18, 2006 को 12:14 अपराह्न
एक एक इंच के सात टुकड़े करके रोज़ एक टुकड़ा मैनेजर को दे देना ठीक नहीं?